गाय
-------
कुछ इतिहासकार कहते हैं
पहले हिन्दू गाय खाते थे
लेकिन सबका मानना है
जब हम न हिन्दू थे न मुसलमान
बस जंगली इंसान थे
हम गाय क्या हाथी भी खा जाते थे
भारत के कई हिस्सों में लोग
कुत्ते बिल्ली भी खाते हैं
बिलकुल वैसे जैसे
लोग मुर्गा कबूतर सूअर ऊंट आदि आदि खाते हैं
जैसे मछली और चींटी के अचार खाते हैं
केकड़ा और सांप खाते हैं
..............................
कुछ लोग ये सब नहीं खाते
वे गाय का चारा खाते हैं
..........................
प्लास्टिक से भरा पेट लिए
भीख मांगती बुढ़िया वेश्या सी
सड़क पर घूमती दो मजबूत सींगों वाली गाय
उतनी खतरनाक नहीं है
जितने इसके नालायक बच्चे हैं
जो माँ की राजनीति तो करते हैं
माँ का ख्याल नहीं रखते
.....................
गाय माँ है
हम उसका दूध पीते हैं
लेकिन बकरी का दूध अधिक पौष्टिक होता है
लोग बकरी मेमना खाते हैं
गाय के प्रति बायस्ड हो जाना
भैंस का अपमान है
उसे मान हानि का मुकदमा ठोकना चाहिए
........................
गाय पहले दूध देती थी
अब
वोट देती है।
ये काम बात है
कि गाय ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का मुखिया चुना है
©अरमान आनंद
Friday, 6 January 2017
गाय
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
व्याकरण कविता अरमान आंनद
व्याकरण भाषा का हो या समाज का व्याकरण सिर्फ हिंसा सिखाता है व्याकरण पर चलने वाले लोग सैनिक का दिमाग रखते हैं प्रश्न करना जिनके अधिकार क्षे...
-
कुँवर नारायण की आत्मजयी को प्रकाशित हुए पचास साल से ज्यादा हो चुके हैं। इन पचास सालों में कुँवर जी ने कई महत्त्वपूर्ण कृतियों से भारतीय भा...
-
धान रोपती हुई औरतों पर कविताएँ 1 धान रोपती स्त्री - विश्वनाथ प्रसाद तिवारी --------------------------------------...
No comments:
Post a Comment