Saturday, 24 June 2017

विचार अरमान आनंद

भारत के जो मध्यवर्ग मार्क्सवाद का बौद्धिक पोषण करता है वही पूँजीवाद का शरीरिक पोषण भी करता है -अरमान

सेना और पुलिस में वही अंतर है जो गाय और भैंस में है।

No comments:

Post a Comment

Featured post

व्याकरण कविता अरमान आंनद

व्याकरण भाषा का हो या समाज का  व्याकरण सिर्फ हिंसा सिखाता है व्याकरण पर चलने वाले लोग सैनिक का दिमाग रखते हैं प्रश्न करना  जिनके अधिकार क्षे...