भारत के जो मध्यवर्ग मार्क्सवाद का बौद्धिक पोषण करता है वही पूँजीवाद का शरीरिक पोषण भी करता है -अरमान
सेना और पुलिस में वही अंतर है जो गाय और भैंस में है।
व्याकरण भाषा का हो या समाज का व्याकरण सिर्फ हिंसा सिखाता है व्याकरण पर चलने वाले लोग सैनिक का दिमाग रखते हैं प्रश्न करना जिनके अधिकार क्षे...
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