ये जो सुलगती सिगरेट को
मशाल की तरह उठाये हुए
है जो शख्स
जिंदगी को धुएं में उड़ाए हुए
खेत में खुशियाँ उगाने
हेंगा चला कर आया है
रंजो गम ने पूछा पता
ठेंगा बता आया है
सभ्यता जिसके शहर में बदनाम है
अनिल यादव उसका नाम है
व्याकरण भाषा का हो या समाज का व्याकरण सिर्फ हिंसा सिखाता है व्याकरण पर चलने वाले लोग सैनिक का दिमाग रखते हैं प्रश्न करना जिनके अधिकार क्षे...
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