जब कुछ लोग रोटी तलाश रहे हों
तुम उनकी संभावनाओं
का व्यापार कर
जाओ
किसी समुद्र के किनारे
और
रति में रत
रात की किसी सुबह
धोओ नमकीन पानी से अपना चेहरा
प्रेम विलाप में
जोर जोर से कराहो
पाब्लो की पंक्तियाँ
विश्व रंगमंच दिवस पर
करो
क्रंदन का शानदार अभिनय
उतारो कुछ सेल्फियां
तुलसी और मुक्तिबोध पर एक साथ बात करते हुए
रैदास को भूल जाने तुम्हारा अवसरवादी प्रयत्न
कितना अद्भुत है
जो आगामी पीढ़ियों को
चरित्रहीनता पर गर्व करने की सीख देता है
तुम कितनी शानदार मकड़ी हो
जो
अपने जाले में हर किसी को फंसाते हुए
एक साथ
समाजवाद
साम्यवाद
दक्षिणपंथ
जातिवाद
गोत्रवाद
क्षेत्रवाद
नस्लवाद
आतंकवाद
में अपनी आठों टाँगें जमा सकती हो
याद रखो दोस्त
जिस पाप को गंगा न धो सकी
उस
पाप की गठरी को समंदर की विशाल कोख भी छुपा नहीं सकती
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