Thursday 10 January 2019

आगवानी में पुत्र- राजीव रंजन प्रसाद

आगवानी में पुत्र
..........
(अरुणाचल आ रहे अपने पिता की पहली यात्रा के निमित्त)

पापा! आप आ रहे हैं
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने अपने पाँव पर चलना सिखाया

पापा! आप आ रहे हैं,
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने अपनी राह खोजना सिखाया

पापा! आप आ रहे हैं,
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने खुद पर हौसला रखना सिखाया 

पापा! आप आ रहे हैं,
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने अपनी ग़लती स्वीकारना सिखाया

पापा! आप आ रहे हैं,
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने अच्छे के आगे झुकना सिखाया

पापा! आप आ रहे हैं,
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने जीने के लिए लड़ना सिखाया

पापा! आप आ रहे हैं,
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने हमेशा ऊँचा होना सिखाया

पापा! आप आ रहे हैं
बेटे के पास
उस बेटे के पास
जिसे आपने संतान के लिए पिता होना सिखाया

(राजीव रंजन प्रसाद)

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