हाय
मैं प्रेम में तुम्हारा ह्रदय जीत
रोज हरता रहता हूँ
रोज
टूटता है
दंभ
की प्रेम में
मेरा पलड़ा भारी है।
******अरमान***********
व्याकरण भाषा का हो या समाज का व्याकरण सिर्फ हिंसा सिखाता है व्याकरण पर चलने वाले लोग सैनिक का दिमाग रखते हैं प्रश्न करना जिनके अधिकार क्षे...
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