Friday, 6 October 2017

बिके पत्रकारों की न्यूज़ एनालिसिस- शशि कुमार सिंह

बिके पत्रकारों की न्यूज़ एनालिसिस

''अमित शाहजी ने ३६० सीटों का टारगेट दिया.क्यों?''
''सबसे पहले तो हम इस चुनौती को स्वीकार करते हैं.इसके पीछे भी कोई बड़ा मकसद  होगा.''
'''मुझे लगता है क्योंकि वह विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और पूरी दुनिया को अपनत्व का एहसास हो.''
''मैं इसमें एक बात अपनी तरफ से जोड़ना चाहूँगा चूंकि अपने प्रधानमंत्रीजी पूरी दुनिया घूमते हैं.थ्री सिक्स्टी डिग्री.वे सिर्फ हिन्दुस्तान के ही नहीं बल्कि विश्व नेता हैं इसलिए ३६० रखा होगा.''
''मैं आपकी बात से पूर्णतया सहमत हूँ.वाकई दुनिया में उन्होंने भारत का नाम रोशन किया.''
''आपको क्या लगता है, एजेंडा-२०१९ क्या होगा?''
''एजेंडा ! किसलिए?''
''एजेंडा क्या होगा ?चुनाव एजेंडा से थोड़ी जीता जाता है.(धीरे से फुसफुसाते हुए )हम लोग हैं न किसलिए.नमक का फ़र्ज़ अदा करने का आह्वान हो चुका है.''
''वाकई हम लोग किस दिन काम आयेंगे?''
''तब भी लोकतंत्र का तकाज़ा है कि हम मेनिफेस्टो पर बात करें.''
''मेनिफेस्टो या एजेंडा जो भी कहें.है न अपने पास राम मंदिर,और इस बार भव्य कृष्ण मंदिर .अनुच्छेद ३७०, समान नागरिक संहिता.''
''जी कश्मीरी पंडितों के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी आवास योजना की शुरुआत होगी.''
''वाकई उनका कश्मीर के लिए बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.''
''बलूचिस्तान के मुद्दे पर भी फोकस करने की जरूरत है.''
''पश्चिम बंगाल और दक्षिण में भी हमें विशेष मेहनत करनी होगी.'',.
''मुझे लगता है कुछ नए मंदिरों का भी वादा  होना चाहिए.सिर्फ अयोध्या  ही नहीं, मथुरा और काशी मे भी.''
''वाकई भव्य कृष्ण मंदिर बनकर ही रहेगा.''
''जी बिलकुल.''
''यह काम एक देशभक्त पार्टी ही कर सकती है.''
''यह तो संस्कारों पर निर्भर करता है.''
''ये अच्छी बात कही आपने.वाकई आर.एस.एस.के संस्कार हैं.''
''और इतना महत्वपूर्ण योगदान है हमारी आज़ादी में.''
''जल्द ही हमें गुरु गोलवलकर, हेडगेवार, दीनदयालजी वगैरह पर वृत्तचित्र प्रसारित करना होगा.''
''तो हम लोग बात एजेंडे की कर रहे थे.''
''मुझे लगता है भाजपा के पास अक्षय मुद्दे हैं.''
''वाकई सनातन पार्टी के मुद्दे भी सनातन हैं.''
''जी बिलकुल.''
''मुझे लगता है वादों को थोड़ा मॉडिफाई करने की जरूरत है.''
''जैसे?''
''जैसे रुपये का मूल्य जब डॉलर के बराबर हो ही गया है तो इस बार ३० लाख खाते में आने का वादा हो.बेरोजगारी तो बिलकुल समाप्त हो गयी मगर तब भी इस बार ४ करोड़ प्रति वर्ष रोजगार.''
''मैं तो कहता हूँ कि लोगों को सस्पेंड कर, टर्मिनेट कर उन्हें फिर से रोजगार देना चाहिए.''
''जी बिलकुल.''
''और इस बार पाक ही नहीं, चाइना और अमेरिका पर भी हमला हो.चैनल का मुंह हमें  पकिस्तान की ओर घुमा लेना चाहिए.''
''बस बस इतने में हो जाएगा .''
''अरे अभी कहाँ गो माता किस दिन काम आयेंगी?''
''बिलकुल इस बार गोमाता विश्वविद्यालय का शिलान्यास होगा.जिसमें गोरक्षकों को गोरक्षा की ट्रेनिंग तो दी ही जायेगी साथ ही गोबर, गोमूत्र आदि के नए वैज्ञानिक उपयोगों पर भी शोध हो.''
''वाकई गोबर से बंकर बनाया जा सकता है.''
''जी जी बिलकुल.मुझे लगता है बाबा रामदेव को भी अभी से अभियान में लग जाना चाहिए.''
''वाकई जब उन्होंने राष्ट्र ऋषि की उपाधि दी है तो राष्ट्र ऋषि की प्रतिष्ठा की श्रीवृद्धि में उनका आशीर्वाद मिलना चाहिए.''
''मुसलमानों को तीन तलाक़ और वन्देमातरम पर घेरते हैं.''
''बिलकुल बिलकुल.दिखाते हैं कि कितने मुसलमान आतंकी गतिविधियों में संलिप्त हैं.कितने बगदादी और हाफ़िज़ सईद के डायरेक्ट कांटेक्ट में हैं.''
''इस बार वन्देमातरम जरूर बुलवायेंगे.''
''जे.एन.यू. में टैंक भी रखवायेंगे.''
''सर्जिकल स्ट्राइक बाप रे इतना बड़ा हमला पाक पर.पाक का तो नक्शा ही बदल गया.''
''पाक के हिन्दुओं पर भी काम करने की जरूरत है.''
''अहा नोटबंदी से तो आतंकियों की नाकेबंदी हो गयी.दाऊद भी परेशान है.''
''पत्थरबाज़ भी.''
''बस बस इतने में ३६० पार.''
''अरे अब तो लोकसभा में पीडीपी और जदयू भी साथ.''
''बिलकुल मुझे लगता है कि इस बार अच्छे दिन नहीं बल्कि सबसे अच्छे दिन का वादा हो.''
''और हाँ इस बार चाय नहीं बल्कि गाय पर चर्चा होनी चाहिए.''
''हमें काम बाँट लेना चाहिए.हर टॉपिक पर दिन-रात मेहनत करके रिपोर्ट तैयार करनी होगी.''
''नेताजी सुभाषचंद्र बोस और भगत सिंह की शहादत पर भी वृत्तचित्र तैयार करना होगा.'
''राहुल की ननिहाल -यात्रा पर भी.''
''बिलकुल.''

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