ये नंबर वन यारी है
''लोकसभा के चुनाव में हमरे यू.पी.क भाजपा परभारी ये समय कहाँ है?और ऊ ओकर साथी दढ़िया वाला ?''
''क्यों माताजी ?क्या काम है?''
''बहुत झूठ बोला ऊ दूनों मिल के.अरे ऊ जो भाइयों बहनों कहता है, ऊ तो हिताई-नताई भी खोज लिया था यू.पी.से....पक्का ठग निकले दूनो.दूनो सकलिये से चोर बुझाते हैं.बस मिल जाएँ ऊ दूनो एक बार.''
''क्या करेंगी माताजी?''
''अरे दूनो मिल के एतना लोगन के घरे क त्यौहार बिघ्न कर दिया.तब भी पूछ रहे हो कि क्या करेंगी माताजी?एक बार दूनो मिल जाएँ तो दाढ़ी नोच के मुंह झौंस देहीं दूनो का.अब हिताई-नताई सब भुलाय गयल.ई दूनो जे एक रामसत्त भी बोले हों.''
''नहीं दूसरा यार आज बोला है.''
''अब तुम भी चुप्पै रहो.हमको पता है का बोला है.''
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