कुछ दृश्य
ग़ांव में एक घर का बरामदा
एक औरत चावल फटक रही है
एक बच्चा अपना लकड़ी वाला स्कूटर चला रहा है
घुर्र .....घुर्र ...... घुर्र.....
एक बूढ़ा आदमी खाट पर सोया है
और एक ट्रैक्टर जो बाहर कहीं जा रहा है
ट्रैक्टर के फाल में फंसी हुई रस्सी देख कर औरत चिल्लाती है
रस्सी रस्सी
बूढ़ा उठ बैठता है
बड़बड़ाता है
बैल बैल
औरत - नहीं रस्सी रस्सी
बूढ़ा - बैल बैल
औरत- नहीं रस्सी
बूढ़ा - अच्छा
ट्रैक्टर रुक जाता है। बूढ़ा धीरे धीरे चलते हुए ट्रैक्टर के पास पहुंचता है। रस्सी छुड़ा कर लपेटते हुए लौटता है।
रस्सी को हल्के से सहलाता है । खूंटी पर टांग कर देखता हुआ सो जाता है।
अरमान आनंद
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